जीवन में लक्ष्य निर्धारण, संयम, धैर्य और शांति जरूरी - संत षिवकांत सिंह महाराज

स्वयंसेवी संस्था समर्पण एवं नई आजादी अभियान के संयुक्त तत्वावधान में संस्था कार्यालय सुन्दरनगर एवं चितरपुर गांव में पुणे (महाराष्ट्र) से आये संत षिवकांत सिंह महाराज का व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। इस व्याख्यानमाला में विषेष रूप से आत्मपरिवर्तन से विष्वपरिवर्तन के दिषा में जाने एवं जीवन जीने की कला को लेकर चर्चा किया गया। श्री महाराज ने कहा कि पहले राजा के घरों से राजा पैदा होते थे, अब ऐसा नहीं है। अब कोई भी इंसान संघर्ष के जरिये राजा या महान बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में हर काम आनंद और शांति के साथ किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारण, संयम, धैर्य और शांति जरूरी है। 
व्याख्यानमाला में मुख्यरूप से संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू, डालसा के बालेष्वर राम, वार्ड सदस्य विजय यादव, रंजन यादव, बसंती देवी, मेरियन सोरेन, मीना देवी, सुनिता देवी, रामकिषुन संुडी, मंजू देवी, आषीष कुमार, नारायण शर्मा, पंसस गणेष दास, वार्ड पार्षद अमित अनुराग, अर्चना देवी, शषि देवी, शांति देवी आदि शामिल हुए।